मेरी प्रथम प्रेम अनुभूति के लिए,
तुम हो न सकी मंजिल,
तुम हो न सकी हम सफर,
तुम न हुई, मेरी हम रही॥
ज़िंदगी की अनबूझ राहों मे,
तुम मिली,
पर साथ न चली॥
चलती भी कैसे,
तुम नही थी, मंजिल,
हम सफर,
हम राही,
तुम तो थी,
मील का पत्थर",
उस राह का ही,
जहाँ से निकलते थे,
मेरी मंजिलों के राहे॥
शुक्रिया,
तुमने दिया दिशा बोध,
और मुझे बताई, तय की गई,
और बाकी रह गई दुरीओं का पता,
और दिया पहुँचने के लिए,
चलते रहने की ज़ुरूरत का एहसास॥
मैं खुश हूँ बहुत,
अगर तुम न होती
तो मैं कैसे बढ़ता मंजिलों कि तरफ॥
शुक्रिया- बहुत,
मेरे Mile - stone..
7 comments:
मैं खुश हूँ बहुत,
अगर तुम न होती
तो मैं कैसे बढ़ता मंजिलों कि तरफ॥
शुक्रिया- बहुत,
मेरे Mile - stone..
hmmmm sach jeevan ke anubhav aise hi aate hai...! bahut khub
Kya Baat hai janab,
aapke to har ek shabd lazawaab hai.
Yadi Comments mai Taaleeyon ki aawaz daal pata to zaroor daal deta....!!!!!...!!!
aap mere is comment ko taaleeyan samajh len to aapka shukraguzaar rahoonga.
bahut hi badiya bhaiya.mind blowing.........like mirror image of ur heart...
IT Khoj
PUBG in Hindi
Online Paise Kaise Kamaye
Blu-ray in Hindi
Megapixel in Hindi
HDMI in Hindi
BCC Full Form
PC in Hindi
HDMI Full Fom
Barcode in Hindi
Apple in Hindi
PUBG in Hindiyoutube video downloader ss
SPAM in Hindi
Encryption in Hindi
full form gps
haikar software
Internet in Hindi
hindi computer
Roaming Meaning in Hindi
Server Meaning in Hindi
what is computer in Hindi
Hindi torrent
Google Hindi Search
Control Panel in Hindi
Online Paise Kaise Kamaye
Hindi torrent
Post a Comment